पशुपालन विभाग की ओर सेमंझारी में एनजीओ के माध्यम से आयोजित हुई विशेष
चिकित्सा शिविर,पशुपालकों के बिचचलाया
गयाजागरूकता अभियान,
पशुपालकों के बिच खड़े डॉ बबलु सुन्डी
मंझारी :- ग्रामीण स्तर पर अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिये शनिवार को पशुपालन विभाग के सौजन्य से आदिवासी "हो" समाज युवा महासभा,प्रबंध एनजीओ सोशल सर्विसेस एवं बिरसा युवा सेवा समिति के तत्वाधान में पशुपालकों के बीच वर्ष 2020 – 21 की विशेष चिकित्सा शिविर कार्यक्रम के तहत मंझारी प्रखण्ड के जलधर गाँव में जागरूकता अभियान चलाया गया।अभियान के दौरान पशुपालन विभाग के डॉ बबलु सुन्डी ने पशु एवं पक्षियों के प्रमुख जानलेवा बीमारियो के लक्षण,बचाव के बारे में तथा जीवाणु जनित रोग,विषाणु जनित रोग एवं असंक्रामक रोग आदि के बारे में पशुपालकों को जानकारी दिए। पशु-पक्षियों में बर्ड फ्लू,सुकर ज्वर,रानी खेत, गलाघोंटू,जहरबात,पिलबढ़वा,लम्पी स्कीन डिजीज,खुरहा-मुँहपका,रेबिज रोग,पीपीआर रोग,दुग्ध ज्वार,दस्त,अफरा,अपच आदि बीमारी के नाम सेडॉ सुन्डी ने प्रभावित होनेवाले पशु-पक्षियों के चित्र के साथ तत्काल बचाव के उपाय तथा विभागीय चिकित्सा केन्द्र संपर्क रखने के लिए सलाह दिया। इससे होनेवाले आर्थिक लाभ से परिवार की कल्याण एवं सशक्त समाज का कई उदाहरण दिये । स्वयंसेवियों ने संगठन की ओर से चल रहे विभिन्न कार्यक्रम व योजना जैसे मुख्यमंत्री पशुधन योजना,कृत्रिम गर्भाधान एवं टीकाकरण शिविर कार्यक्रम के बारे में लोगों को जानकारी देते हुये लगातार बुनुमतलता,डेमकापदा और भरभरिया इत्यादि गाँव में जागरूकता अभियान चलाया तथा ग्रामीणों के बीचपशुपालन विभाग के सौजन्य से औषधियाँ वितरण किया गया । इस अभियान में आदिवासी हो समाज युवा महासभा जिलाध्यक्ष गब्बरसिंह हेम्ब्रम,प्रबंध बियुसेस प्रतिनिधि शंकर सिदु,मुकुन्द नायक,बिनोद सोय,तुराम सवैंया,ओएबन हेम्ब्रम,जामदार हेम्ब्रम,रामलाल पुरती,चुम्बरु सवैंया,दिनबंधु पुरती आदि उपस्थित थे।
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