कन्यालुका के दोडदोडा पहाड़ में एन्दे पूजा धूमधाम से मनाई गई
पूजा अर्चना करते
गांव के ग्रामीण |
गुड़ाबांदा:
प्रखंड स्थित कन्यालुका के अमडागुडू टोला में दोडदोडा पहाड़ में ग्रामीण एन्दे
पूजा धूमधाम से करते हैं। इसको लेकर ग्रामीण आदिवासी परंपरा के अनुसार ढोल नगाड़ों
के साथ पुजारी एवं भक्तगण दुर्गम पहाड़ी के रास्ते ऊपर पहुंचते हैं। इस पहाड़ की
ऊंचाई लगभग 450 फीट है। ग्रामीण पहाड़ के नीचे चप्पल जूते को खोल कर खाली पैर
बड़े-बड़े चट्टानों से गुजरते हुए गुफा पारकर काफी कठिनाइयों का सामना करते हुए एक
बड़ी गुफा पहुंचते हैं।यहां पर पहुंचकर पुजारी पहाड़ देवता का आदिवासी परंपरा के
अनुसार पूजा अर्चना करते हैं। पूजा खत्म होने के बाद श्रद्धालु यहां पर माथा टेक
कर गांव की सुख समृद्धि एवं बेहतर स्वास्थ्य की मनोकामना करते हैं।इसके बाद चट्टान
के ऊपरी सिरे पर पूजा पाठ कर झंडा भी गाड़ा जाता है।ग्रामीणों की ऐसी मान्यता है
की यह पहाड़ देवताओं द्वारा बनाया गया है। इसके आसपास शिकार करना सख्त मना है। अगर
गलती से भी यहां कोई भी शिकार करता हैं तो शिकारी की हालत बिगड़ जाती है। सच्चे मन
से जो पूजा करते हैं, उनको यहां रात में रोशनी
भी दिखाई देती है। कभी-कभी पहाड़ के चट्टान से आवाज भी आती है। ग्रामीण इसे अपने
देवता की आवाज के रूप में मानते हैं। अगर किसी वर्ष ग्रामीण यहां पूजा करने नहीं आ
पाते हैं तो गांव में अजीब तरह की हरकतें होने लगती है। एन्दे पूजा करने से गांव
में कभी भी विपत्ति नहीं आती है ।गांव में हमेशा सुख समृद्धि का वास रहता है।
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